जिम्मेदारों ने साधी चुप्पी अनहोनी की आशंका
यमुनानगर/ प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर तहसील मुख्यालय बारा में विगत सोमवार से ओसा गांव निवासी किसान अंकुश कुमार शुक्ला पुत्र अशोक कुमार शुक्ला ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। किसान ने तहसील प्रशासन पर न्याय न करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि ग्यारह माह तक तहसील का चक्कर काटने के बाद यह कदम उठाया है।इसी चक्कर में पीड़ित ने अपने पिता को भी खो दिया है। किसान का आरोप है कि नायब तहसीलदार बारा के कार्यालय से उसके मामले में 6/2/22को पारित अंतिम आदेश की मूल प्रति को पत्रावली से गायब कर दिया गया है।इसकी पैरवी कर रहे उसके पिता की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई है। पत्रावली में अंतिम आदेश दर्ज न होने से विपक्षी गण उक्त भूमि को बेंचना शुरू कर दिये हैं। पीड़ित किसान ने बताया कि वह ग्यारह माह से तहसील का चक्कर काट रहा है किन्तु न्याय नहीं मिला। पीड़ित किसान ने एसडीएम बारा को आमरण अनशन की जानकारी 6 अप्रैल को दिया था।इस संबंध में एसडीएम बारा और तहसीलदार बारा से मोबाइल पर बात करने की कोशिश की गई किन्तु फोन रिसीव नहीं किया गया। इस संबंध में जब परगना अधिकारी बारा से मिलकर बात की गई तो मामले की पूर्ण जानकारी लेने के लिए तहसीलदार बारा की ओर इंगित कर दिया वही तहसीलदार का कहना था कि मामले को संज्ञान में लेते हुए पीड़ित किसान का मेडिकल चेकअप कराया गया है। संतुष्ट जवाब न मिलने पर पीड़ित किसान ने असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि तहसील के आला अधिकारी सिर्फ और सिर्फ हीला हवाली कर अपना पल्ला झाड़ने में लगे हैं।