देश

national

अन्नदाताओं के लिए वरदान साबित हो रही मूली की खेती

Tuesday, May 2, 2023

/ by Today Warta



राकेश केशरी

दोआबा में पूरे साल किसान करते हैं इसकी खेती, अच्छी कमाई कर सुधार रहे अपनी हालत

कौशाम्बी। युवा पीढ़ी खेती को छोड़ रोजगार की तलाश में महानगरों की ओर पलायन कर रही है। परिवार भी विघटित होकर छोटे-छोटे कुनबे में बंट जाते हैं। आपसी बटवारों के कारण जोत भी घट जाते हैं। ऐसे में किसान परंपरागत खेती से बिमुख होकर अब नगदी फसलों की ओर रुझान करने लगे हैं। कई गांवों के किसानों ने मूली की खेती शुरू कर दी। नतीजतन, गर्मी, ठंडी हो या फिर वर्षा, हर मौसम में उनके खेतों में मूली की फसल लहलहाती रहती है। इससे किसानों की अच्छी कमाई होती है, इसलिए यह खेती उनके लिए एक तरह से वरदान साबित होने लगी है। गेहूं, धान की फसल में कमर तोड़ मेहनत करने के बाद किसानों के सामने परिवार पालन का संकट खड़ा हो गया। उनकी मदद के लिए सरकार के उपाय भी फेल होने लगे तो प्रयागराज से सटे भगवतपुर ब्लाक के गोविंदपुर, तेवारा और गोविंदपुर लोकीपुर गांवों के किसानों ने फसल में परिवर्तन का मन बना लिया। सीमित संसाधनों में ही किसानों ने मूली की खेती शुरू कर दी। उनका यह तरीका सफल भी रहा। इन गांवों में किसानों द्वारा लगभग 50 बीघा में मूली की खेती की जाती है। वर्षा से लेकर ठंडी और गर्मी में भी मूली की खेती करने वाले किसानों की कमी नहीं है। हर समय उनके खेत में मूली की फसल तैयार रहती है। किसान गुलाब सिंह पटेल, लालजी, परगन, अजय सिंह, पलटू का कहना है कि हर मौसम में अलग किस्म के बीजों का प्रयोग करके वह साल भर मूली का उत्पादन करते हैं। बताया कि सप्ताह भर के अंतराल में खेतों के अलग-अलग हिस्सों में बीज बोए जाते हैं, जिससे एक खत्म होते ही दूसरी फसल तैयार हो जाती है। हालांकि, उसे बचाने के लिए समय-समय पर दवा, खाद, पानी सहित निराई और देख-रेख भी की जाती है। किसान तिलक सिंह और राजा ने बताया कि ठंड में इसके दाम जरूर कम मिलते हैं, लेकिन उस समय खेती में अधिक खर्च भी नहीं होता है। वर्षा में निराई करने में मेहनत अधिक करनी पड़ती है, लेकिन तब सिंचाई और दवा की आवश्यकता कम होती है। साल भर मूली का उत्पादन होने से अच्छी-खासी कमाई हो जाती है। फिलहाल इसके अलावा खीरा, गाजर, बींस आदि की खेती भी करते हैं। जिससे उनके घर-परिवार का खर्च आसानी से चलता है।

----------------------

एक बीघा में लाखों की कमाई

मूली की खेती करने वाले अन्नदाता खेतों में ही गड्ढा बना रखे हैं। उसमें पानी भरकर धुलाई करते हैं। वैसे तो किसानों ने एक बीघा खेत में चार खंड बनाया है। इसमें सप्ताह भर के अंतराल में मूली की बोआई करते हैं। किसानों का कहना है कि यदि सही दाम मिले, तो एक बीघा खेती से एक बार में एक लाख रुपये तक की कमाई हो जाती है। इस हिसाब से साल भर में लाखों रुपये की कमाई किसान कर लेते हैं।


Don't Miss
© all rights reserved
Managed by 'Todat Warta'