राकेश केशरी
आपरेशन कायाकल्प का होगा भौतिक सत्यापन
कौशाम्बी। स्कूलों की हालत में सुधार को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के हर विद्यालय बेहतर रहें, इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत और शहरी में नगर प्रशासन को इसका कायाकल्प कराना था। अब शासन ने विद्यालयों में हुए कार्यों का सत्यापन शुरू कराया है। सत्यापन की जिम्मेदारी डायट प्रशिक्षुओं को सौंपी गई है। वह विद्यालय का निरीक्षण करके शैक्षिक स्तर के साथ ही अन्य संसाधनों की रिपोर्ट तैयार करेंगे। रिपोर्ट राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय भेजी जाएगी। जिले में 1092 परिषदीय विद्यालय हैं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में फैले इन स्कूलों की हालत में सुधार के लिए कायाकल्प योजना संचालित है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इन स्कूलों के मूल अवस्था सुविधा के मूल्यांकन का निर्देश दिया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने बताया कि स्कूलों के संसाधनों के सत्यापन के साथ ही वहां की शिक्षा व्यवस्था, शौचालय, पेयजल, कमरों की स्थिति, खेल का मैदान, विद्युतीकरण, दीवार, सफाई आदि कायाकल्प के १९ बिंदुओं के आधार पर रिपोर्ट तैयार होनी है। यह रिपोर्ट डायट प्रशिक्षुओं को तैयार करना है। यह रिपोर्ट 15 मई तक महानिदेशक कार्यालय भेजी जानी है। ग्राउंड जीरो रिपोर्ट लेने के बाद स्कूलों के संबंध में शासन आगे फैसला लेगा। बताया कि तमाम स्कूलों की व्यवस्था बेहतर हो चुकी है। जो बाकी हैं, उसमें से ग्रामीण क्षेत्र में डीपीआरओ कार्यालय व शहरी क्षेत्र में नगर पंचायत व नगर पालिकाओं के माध्यम से काम कराया जाएगा।