राकेश केशरी
कौशाम्बी। अंत्येष्टि स्थल के निर्माण में लापरवाही करने वाले दो सचिवों को डीपीआरओ ने तीन दिनों में काम पूरा कराने की चेतावनी दी है। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन सचिवों ने पूर्व में मिले निर्देश का पालन नहीं किया। ऐसे में इनको अंतिम चेतावनी दी गई है। गुवारा तैयबपुर व थांबा अलावलपुर गांव में करीब 25 लाख की लागत से अंत्येष्टि स्थल का निर्माण हुआ है। निर्माण के दौरान जिम्मेदार सचिवों ने लापरवाही करते हुए काम को अधूरा छोड़ दिया। डीपीआरओ डा. बाल गोविंद श्रीवास्तव के निर्देश पर एडीओ पंचायत कमलाकांत मिश्र ने दोनों गांव में बने अंत्येष्टि स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट 13 अप्रैल को डीपीआरओ को भेजी है। रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि गुवारा तैयबपुर में अंत्येष्टि स्थल, शांति स्थल, स्टोर रूम व शौचालय का निर्माण पूर्ण मिला लेकिन सबमर्सिबल व इंटरलाकिंग का काम अब तक शुरू नहीं हुआ है। जबकि गांव में तैनात रहे सचिव मो0 नसर का स्थानांतरण हो गया है। अब यहां की जिम्मेदारी पंकज मौर्या के पास है। इसी प्रकार थांबा अलावलपुर के अंत्योष्टि स्थल में प्लास्टर व फर्श का काम अधूरा है। इंटरलाकिंग का काम अब तक शुरू ही नहीं हुआ है। यहां तैनात रहे सचिव दिनेशपाल का दूसरे गांव में स्थानांतरण हो गया है। अब गांव की जिम्मेदारी जितेंद्र त्रिपाठी के पास है। मामले में डीपीआरओ डा0 बाल गोविंद श्रीवास्तव ने बताया कि प्रकरण को लेकर दोंनों गांव के सचिव को नोटिस जारी की गई है। उनको तीन दिनों में काम पूरा कराना होगा। यदि ऐसा नहीं होता तो इनके खिलाफ कर्रवाई होगी। वही गुवारा तैयबपुर व थांबा अलावलपुर में अंत्योष्टि स्थल का निर्माण शुरू कराने वाले सचिवों का तबादला हो गया है। अब यहां दूसरे सचिव है। वर्तमान सचिव विभागीय निर्देश के बाद असमंजस की स्थिति में है। उन्होंने किसी प्रकार का भुगतान नहीं निकाला है। ऐसे में अब निर्माण किस मद से होगा। यह उनको सूझ नहीं रहा है। अधिकारी भी इस मामले में कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दे पा रहे हैं।