राकेश केशरी
1923 से लगातार सऊदी हुकूमत के खिलाफ प्रोटेस्ट
कौशाम्बी। दरियापुर मंझियांवा में 1923 से लगातार सऊदी हुकूमत के खिलाफ शिया मुसलमानों द्वारा प्रोटेस्ट कर सऊदी हुकूमत से दोबारा बीबी जहरा सलामुल्लाह अलैहा की कब्र को तामीर कराए जाने की मांग की जा रही है।दरियापुर मांझियांवा में यह प्रोटेस्ट लगभग १०० सालों से लगातार किया जा रहा है। बतां दें कि ईद की आठवें दिन यानी 8 शव्वाल को सऊदी हुकूमत ने नबी की बेटी अली की जौजा हसन ,हुसैन की मां की कब्र को सऊदी हुकूमत ने मिशमार कर दिया। बता दें कि 1923 में सऊदी हुकूमत ने नबी की बेटी की कब्र को ढा दिया। सऊदी हुकूमत ने मिशमार कर दिया। उसी क्रम पूरे दुनिया में अलग-अलग कोने से सऊदी हुकूमत के खिलाफ इंकलाबिया प्रोटेस्ट किए जाने लगे उसी क्रम में आज तक सऊदी हुकूमत के खिलाफ दरियापुर मांझियावा में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शनिवार को सऊदी हुकूमत के खिलाफ प्रोटेस्ट किया गया। पहली मजलिस स्वर्गी इफ्तिखार हुसैन के मकान में की गई इस मजलिस को हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन आली जनाब मौलाना शाहिद रजा सोनवी साहब ने खिताब किया वहीं दूसरी मजलिस आली जनाब मौलाना मोहम्मद काजिम साहब ने पड़ी बीबी जहरा सलामुल्लाह अलैहा का ताबूत बरामद हुआ,इमाम बाड़ा के नजदीक एक तकरीर हुज्जतुल इस्लाम मुस्लिमीन आली जनाब मौलाना मोहतशीम हैदर ने संबोधित करते हुए कहा कि सऊदी हुकूमत ने हम पर जुल्म किया है आज 100 साल पूरे हो गए हैं,सऊदी हुकूमत ने बीवी जेहरा सलामुल्लाह अलैहा की मजार को मिशमार कर दिया था। इस पर नोहा खान महमूद, मासूम,शहरू,ने मसायबी नौहा बयान किया वही ननौहा खानी करते हुए शमशे हैदार ने पढ़ा अब क्या मदीने में रहा जहरा की तुरबत मिट गई इस नोहा को सुनकर आजादरों के आंखो से आंसू जारी हो गए।