राकेश केशरी
कौशाम्बी। जिलें के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों की सुविधा के लिए लाखों की लागत से ग्राम पंचायतों में सामुदायिक भवन बनाए गए हैं,लेकिन देखरेख के अभाव में निर्मित भवन दुर्दशा का शिकार हो रहे हैं। इन भवनों से लोगों को अपेक्षित सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। जिले की सौ अधिक ग्राम पंचायतों में लोगों की सुविधा के लिए सामुदायिक भवन बनाए गए हैं। इसके पीछे शासन की यह मंशा है कि सामुदायिक भवनों में ग्रामवासी कार्यक्रम संपन्न कर सकें। जबकि दर्जनों ग्राम पंचायतो में प्रधान व सचिव की उदासीनता के चलते कुछ भवनों के दरवाजे व खिड़की अराजकतत्व उखाड़ ले गए हैं। इससे चलते भवन दुर्दशा का शिकार हो गए हैं व गंदगी का अंबार लगा है। गंदगी के चलते लोग सामुदायिक भवनों पर कार्यक्रम का आयोजन नहीं करते हैं। इससे ग्रामीणों को दिक्कत का सामना तो करना ही पड़ता है। साथ ही शासन की मंशा पर भी पानी फिर रहा है।