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करोड़ो की लागत से बनी कंपनी में लग रहा जंग

Wednesday, September 28, 2022

/ by Today Warta



संजय धर द्विवेदी

कंपनी बंद होने से दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है  मजदूर व कर्मचारी

लालापुर।थाना क्षेत्र के गोल्हैया गांव के समीप पहाड़ी पर एमएमडीसी कम्पनी लिमटेड प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग से  (इस्पात मंत्रालय) के अंतर्गत लगभग 20 वर्ष पहले स्थापना की गयी थी।इस कम्पनी के सिलिका सैंड से देश के विभिन्न हिस्सों में चल रहे कांच उद्योग को सीधे सिलिका सैंड मिलता था।जिसमे सैकड़ो की संख्या में मजदूर व कर्मचारी काम करते थे।लगभग आठ वर्ष पहले कंपनी को अपरिहार्य कारणों से बंद कर दिया जाता है।गत वर्ष पूर्व पर्यावरण की जनसुनवाई में पुनः कम्पनी के चालू होने की आस जगी परन्तु आज तक कुछ नही हुआ।लालापुर क्षेत्र के गोल्हैया गांव की पहाड़ी पर सन् 1990-91 में स्टेट मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन के द्वारा कम्पनी की नीव रखी गयी थी।कुछ साल चलने के बाद सन् 1996-97 में यूपीएनएमडीसी ने एनएमडीसी को सौंप दिया।लगभग दस वर्षो तक कंपनी का परिचालन एनएमडीसी ने सुचारू रूप से किया ।परन्तु 2007-08 में कम्पनी को अपरिहार्य कारणों से बंद कर दिया गया।तब से आज तक कम्पनी बंद पड़ी है।करोडो की लागत से बनी कम्पनी में जंग लग रहा है परन्तु कोई भी इस ओर ध्यान नही दे रहा है।कम्पनी में काम करने वाले सैकड़ो मजदूर व कर्मचारी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।कुछ माह पहले कम्पनी में पर्यावरण की जनसुनवाई की बैठक बुलाई गयी ।जिसमें कम्पनी के एक अधिकारी ने जन सुनवाई में लोगों को आश्वस्त किया की जल्द ही कम्पनी को चालू किया जायेगा।परन्तु एक वर्ष बीत जाने के बाद अभी तक कम्पनी को नहीं चालू कराया जा सका ।जिससे कम्पनी के अधिकारियों की मंशा पर भी सवाल खड़े होने लगे है।कर्मचारियों और मजदूरों ने प्रधामन्त्री कार्यालय ,मुख्यमंत्री,जिलाधिकारी,विधायक बारा को भी इस समस्या से अवगत कराया है।परन्तु आज तक आश्वाशन के सिवा कुछ नही मिला।क्षेत्र के वरिष्ठ नेता दिनेश तिवारी व किसान मजदूर नेता शेर सिंह ने बताया कि अगर जल्द कम्पनी को चालू करने का कोई आश्वासन नहीं मिला तो मजदूर बहुत बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

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