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चायल ब्लाक के विद्यालयों के अध्यपाकों की तैनाती में मनमानी

Tuesday, September 27, 2022

/ by Today Warta



राकेश केसरी

कही पर शिक्षकों का टोटा तो कहीं पर शिक्षकों की फौज

चायल,कौशाम्बी। चायल ब्लाक के गांवो में बेसिक शिक्षा का बुरा हाल है। परिषदीय विद्यालयों में मानक की अनदेखी कर तैनात किए गए शिक्षकों के कारण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। कहीं कहीं शिक्षकों की मनमानी के कारण पठन पाठन प्राभवित हो रहा है तो किसी विद्यालय में शिक्षकों की कमी खल रही है। मनमाने तरीके से तैनात किए गए शिक्षकों को विभाग में स्थानीय स्तर पर भी खींचतान का माहौल है। शिक्षकों की इस खींचतान में प्रभावित हो रहे पठन पाठन के माहौल को लेकर जिम्मेदार भी मौन हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर एक निश्चित अनुपात निर्धारित किया है। बच्चों की संख्या और उपस्थिति के अनुपात में शिक्षकों की तैनाती किये जाने का प्राविधान तय किया गया है। लेकिन विभाग में शिक्षकों की तैनाती का यह अनुपात चायल ब्लाक के गांवों के स्थापित परिषदीय विद्यालयों में सटीक नहीं बैठ रहा है। यहां शिक्षकों की तैनाती में मनमानी बरती गई है। अनुपात के विपरीत तैनात किए गए शिक्षकों से उनके परिषदीय विद्यालयों की शैक्षिक व्यवस्था प्रभावित हो रही है। ब्लाक के किसी विद्यालय में अध्यापक की संख्या कम है तो कहीं कहीं अध्यपाकों की फौज खड़ी कर दी गई है। यह सब विभाग में तैनात जिम्मेदारों की मनमानी के कारण हो रहा है। चायल ब्लाक के बीआरसी परिसर में संचालित होने वाला संविलियन विद्यालय ही मानक, नियम और अनुपात के विपरीत है। यहां पर अनदेखी करते हुए तीन शिक्षामित्र और तीन अनुदेशक सहित कुल 26 शिक्षक तैनात किए गए है। जबकि इन अध्यपाकों के सापेक्ष बच्चों की संख्या 956 दिखाई गई है। इसी प्रकार गेरिया खालसा और में तीन सौ बच्चों के सापेक्ष 11 शिक्षक तैनात किए गए है। चिल्ला शाहबाजी में 12 और बिलासपुर 11 शिक्षक तैनात कर शिक्षा व्यवस्था में सुधार का प्रयास किया जा रहा है। ब्लाक के कुछ विद्यालयों को छोड़ दिया जाए, तो अधिकांश विद्यालयों में शिक्षा का स्तर बेहद खराब है। अधिकांश विद्यालयों में मानक के अनुरूप शिक्षकों का न होना भी बड़ी वजह है। जिन विद्यालयों में एक-एक शिक्षक हैं, उन्हें पढ़ाने के साथ विभाग से जुड़े अन्य काम भी करने होते हैं। ऐसे हालात में सभी कक्षाओं के बच्चों को एक साथ बैठा दिया जाता है।

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पास के गांवो में तैनाती के लिए लगती है होड़

चायल ब्लाक के परिषदीय विद्यालयों के तैनात सभी शिक्षक पड़ोसी जनपद प्रयागराज से प्रतिदिन आते हैं। आने जाने में कोई दिक्कत न हो और विद्यालय पास रहे,इसके लिए शिक्षक अपने मनचाहे विद्यालय में तैनाती के लिए होड़ मचा रखें हैं। चायल के गेरिया खालसा, कसेंदा, संविलियन विद्यालय चायल और बिलासपुर आदि गांवों के विद्यालयों में शिक्षक अपनी पहुंच को लेकर जाने जाते हैं। इन विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के विद्यालय में न तो आने का समय होता है और न ही जाने का कोई निर्धारित समय है। पहुंच और हनक के चलेते इन अध्यापकों को रोक रोक टोक करने वाला भी कोई नहीं होता है। चायल संविलियन विद्यालय में दर्जन भर से अधिक अध्यापक ऐसे हैं जो सिर्फ हाजिरी लगाने ही विद्यालय आते हैं।


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