कौशाम्बी। जिले के कुत्ते खूंखार हो चुके हैं। अस्पताल के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। जनपद में पिछले चार माह में पांच सौ से अधिक लोगों को कुत्तों ने काटा। इनमें सबसे ज्यादा संख्या बच्चों और किशोरों की है। जिन्हें खेल-खेल में कुत्तों ने अपना शिकार बनाया। मुख्यालय मंझनपुर ही नहीं कस्बों में भी कुत्तों का आतंक कायम है। मुख्यालय में तो पालतू कुत्ते भी खूंखार होते जा रहे हैं। इस वर्ष चार महीनों में पांच सौ से अधिक लोगों को कुत्तों ने काटा। सभी को जिला अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन लगाए गए। यानी हर रोज अस्पताल आने वाले 10 से 15 मरीजों में आधे बच्चे और किशोर होते हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस डा0 दीपक सेठ ने बताया कि कुत्तों के काटने वाले मरीजों को तत्काल उपचार दिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में इस समय पर्याप्त मात्रा में रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध हैं।