राकेश केसरी
कौशाम्बी। नाली की सफाई का सरोकार उस दिन सफल हो सकेगा जिस दिन नाली में कूड़ा डाला जाना बंद होगा। जहां लोग इस ओर उदासीन हो नालीं में ही घर का कूड़ा.करकट डाल रहे हैं वहीं भरवारी नगर पालिका प्रशासन को भी अपने अधिकार याद नहीं हैं। नाली में कूड़ा डालने वालों के खिलाफ स्वास्थ्य निरीक्षक कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं, लेकिन उनके रजिस्टर में कार्रवाई का कालम फिर भी खाली है। नगर पालिका के गंदे पानी की निकासी के लिए हर साल लाखों रुपये नाली.नालो की सफाई के नाम पर खर्च करती है। लेकिन अहम बात यह है कि आखिर हर बार नाली की सफाई होने के बाद भी आखिर नाली कूड़े व पॉलीथिन से क्यों अट जाती हैं। इसके पीछे बाशिंदों के साथ.साथ नगर पालिका प्रशासन के अफसरान भी जिम्मेदार हैं। नगर पालिका के लोग कूड़ा डालने के लिए नियत किए गए स्थानों पर कूड़ा नहीं डालते बल्कि उसे नाली में बहा देते हैं।