राकेश केसरी
कौशाम्बी। लावारिस हालत में बरामद वाहन हो या फिर पुलिस चेकिंग में पकड़ी गयीं गाडियां, सीज होने के बाद थानों में वो कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं। कई थानों में तो इन सीज वाहनों की संख्या इतनी बढ़ चुकी है वहां जगह कम पड़ गयी है और पुलिस कर्मियों का काम भी प्रभावित होता है। जिले भर के 13 थानों में पांच सौ से अधिक दो पहिया वाहन, जिनमें कई वाहन लावारिस हालत में बरामद किये गये। दर्जनों बसें, ट्रकें, थ्रीव्हीलर, कार, जीप, आदि प्राइवेट वाहन दसको पहले से खड़े हैं। जिनका अब सामान भी गायब होने लगा है। अब यह वाहन धीमे-धीमे कबाड़ में तब्दील होते जा रहे हैं। सालों पहले इन वाहनों को आरटीओ व पुलिस ने पकड़ कर सीज किया था। अभी तक इन वाहनों के अभिलेख न दिखाये जाने पर यह वाहन थानों में अतिक्रमण किये हैं। जिले भर में तीन सौ से चार सौ ऐसी मोटरसाइकिलें हैं, जिन्हें पुलिस ने लावारिस हालत में बरामद किया। वह भी कबाड़ में तब्दील हो गयी हैं। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि दो पहिया वाहनों का चेकिंग के दौरान एमबी एक्ट के तहत चालन किया जाता है। जिसका जुर्माना अदा करने के बाद वाहन छोड़ दिये जाते हैं। जब किसी वाहन के कागजात नहीं होते हैं तो उन्हें सीज किया जाता है। सीज वाहन न्यायालय के आदेश से ही छोड़े जाते हैं। आरटीओ द्वारा पकड़े गये व अन्य सीज वाहनों की नीलामी प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही समस्या का निस्तारण कर लिया जायेगा।