इन्द्रपाल सिंह प्रिइन्द्र
मड़ावरा/ललितपुर। जहां योगी सरकार का सख्त आदेश है कि थाने में आने वालें पीड़ितों का तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया जाये। लेकिन यहां तो उल्टा हो गया कि मारपीट पहले हो गयी और विपक्षी ने अपनी पत्नी द्वारा मुकदमा दर्ज करवा दिया । मारपीट के मामले को और रूप दे दिया गया और इसमें पूरी मिलीभगत थाना प्रभारी गिरार की हैं। पीड़ित छत्रपाल सिंह पुत्र करन सिंह निवासी सुनौनी थाना गिरार ने बताया कि उसका पुत्र रघुराज विगत अक्टूबर को दोपहर करीब 12 बजे जंगल में गायें चराने गया था। उसी समय गांव के विपक्षीगण छोटे राजा पुत्र खुमान सिंह,यशपाल पुत्र खुमान सिंह,राना सिंह पुत्र खुमान सिंह, राम सिंह पुत्र लाखन सिंह ,केपी पुत्र रामसिंह,जीतू पुत्र रामसिंह आये और पीड़ित के पुत्र रघुराज के साथ गाली गलौच करते हुए लोहे की राड व धारदार हथियार मारपीट करने लगे। जिसे विपक्षी मृत समझकर मौके से भाग खड़े हुए। वहीं पीड़ित ने बताया कि उसके पुत्र का झांसी में इलाज चल रहा हैं। जिसकी डाक्टरी रिपोर्ट के अनुसार गंभीर चोटें है एवं 308 का मुकदमा बनता है। लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की हैं। वहीं विपक्ष द्वारा अपनी पत्नी से आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करवा दिया गया हैं। पीड़ित छत्रपाल सिंह ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक गिरार ने पैसे लेकर उकसे विरुद्ध एक मुकदम दर्ज कर लिया है। वही उसके पुत्र के साथ हुई मारपीट में अभी तक एनसीआर भी नहीं काटी हैं। विपक्ष मुझे एवं मेरे परिवारजनों को जान से मारने की तैयारी में है और उनको लगातार धमकी दे रहे है। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर विरोधियों पर कार्यवाही करते हुए परिवारजनों की जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई।