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सालभर में टूटकर इंटर लाकिंग बनी चूरा

Sunday, October 9, 2022

/ by Today Warta

 


राकेश केसरी

उमदा क्वालटी के लिए १० प्रतिशत अधिक किया गया था भुगतान

कौशाम्बी। मंझनपुर नगर पालिका में योगी सरकार की जीरों टांलरेंस नीति बेईमानी साबित हो रही है। बेलागाम अफसरों की मनमानी से भ्रष्टाचार घटने के बजाय बढता जा रहा है। इसकी बानगी गांधी नगर मोहल्ले में देखी जा सकती है। सालभर पहले बनी इंटर लाकिंग टूटकर चूरा बन गई है। जबकि इस इंटर लांकिग निर्माण को उमदा क्वालिटी देखा कर ठेकेदार को 10 प्रतिशत अधिक राशि का भुगतान किया गया था। घाटिया क्वालिटी के ईट से बनी इंटर लाकिंग सालभर में ही टूटकर नगर पालिका में बढते भ्रष्टाचार की दस्ता बंया कर रही है। हालाकि गुणवत्ता विहीन कार्य का ये कोई पहला मामला नहीं है। डीबीसी सड़क से लेकर नाला निर्माण में जमकर धांधली हो रही है। इसकी शिकायत भी शासन में हो चुकी है। आरोप है कि नगर में होने वाले कार्यो में अफसर गुणवत्ता नहीं कमीशन देखते है। मंझनपुर नगर पालिका में अफसरों के लिए शासकीय फरमान भी कोई मायने नहीं रखता है। योगी सरकार शत-प्रतिशत गुणवत्ता परख कार्य कराने का दिशा निर्देश दे रही है। इसके बावजूद मंझनपुर नगर पालिका में गुणवत्ता विहीन कार्यो को आल इज वेल दिखाकर 10 प्रतिशत अधिक भुगतान किया जा रहा है। आरोप है कि लगभग सालभर पहले गांधी नगर मोहल्ले में उधोश्याम के घर से निर्मल टाल इंटर लाकिंग लगाई गई थी। मोहल्लावासियों का कहना है कि इस रास्ते से बडे वाहन भी नहीं गुजरते है। इसके वाबजूद सालभर के अंदर इंटर लाकिंग टूटकर चूरा (टुकडा) हो गई है। आरोप है कि इसी इंटर लाकिंग निर्माण को आल इज वेल दिखाकर चाहेते ठेकेदार को फुल पेमेंट के साथ १० प्रतिशत अधिक का भुगतान किया गया था। ऐसे में सालभर के अंदर टूटी इंटर लाकिंग को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर पालिका में भ्रष्टाचार किस स्तर पर चल रहा है। आरोप है कि कमीशन न देने वाले ठेकेदारों के गुणवत्ता परख कार्यो को भी मानक विहीन दिखाकर भुगतान रोका जा रहा है। जबकि चहेते ठेकेदारों को अधिक भुगतान किया जा रहा है। जबकि ईओ मंझनपुर सुनील कुमार का कहना है कि इंटर लाकिंग के बारे में जानकारी नहीं है। यादि सालभर में टूट गई है तो जांच कराकर कारवाई की जाएगी।


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