राकेश केसरी
कौशाम्बी। लाख कवायदों के बाद भी आखिर जिले में धधक रही शराब भंिट्टयों को बुझाने वाला कोई नही है। जिले में खाकी भारी पैमाने पर अवैध शराब का कारोबार करा रही है। हर थाना क्षेत्र में कच्ची शराब की बड़े पैमाने में भट्टियां चल रहीं हैं। जिले में अभी भी दो सौ से अधिक गांवों में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है और रुटीन वर्क की तरह पुलिस धरपकड़ करती है अगले ही दिन फिर से भट्टियां धधकने लगती हैं। अवैध शराब के कारोबार में थाने के होमगार्ड, सिपाही से लेकर थाना प्रभारी तक की संलिप्तता है। अस्सी फीसदी ग्रामों में अवैध शराब का कारोबार पनप रहा है। मुख्यालय मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक ग्रामों में शराब का कारोबार चल रहा है। कोतवाली पुलिस धरपकड़ के नाम पर खानापूरी कर रही है। अवैध शराब की धरपकड़ में धारा 60 अंर्तगत कार्यवाई होती है खास बात यह है कि उक्त धारा में थाने से ही जमानत मिल जाती है। जिस धारा में सजा सात वर्ष से कम हो उसे थाने से ही जमानत देने का नया नियम बन जाने के बाद कच्ची शराब के कारोबार से जुड़े अपराधी पूरी तरह से निरंकुश हो चुकें हैं। पकड़े जाने के बाद जमानत मिल जाती है और कारोबारी फिर से अपने धंधे में लग जाते हैं।

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