इन्द्रपाल सिंह'प्रिइन्द्र
पुरानी पेंशन का मुद्दा विधान परिषद में रखने का दिया आश्वासन
ललितपुर। झांसी-प्रयागराज शिक्षक विधायक निर्वाचन में भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी डा.बाबूलाल तिवारी ने ललितपुर जिले में आकर विभिन्न विद्यालयों में शिक्षकों से संपर्क किया। उन्होंने तालबेहट में पॉलिटेक्निक कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, मर्दन सिंह इंटर कॉलेज, ब्राइट फ्यूचर, वीणा बदनी इंटर कालेज तेरई फाटक, आदिनाथ महाविद्यालय कॉलेज और भगवान आदिनाथ महाविद्यालय में शिक्षकों से संपर्क कर मतदान की अपील की। इस दौरान एक सभा का आयोजन आदिनाथ कॉलेज में किया गया, जिसमें उन्होंने बुंदेलखंड के शिक्षक मतदाताओं से एकजुट होकर मतदान की अपील की। नेहरू महाविद्यालय, पहलवान गुरुदीन महाविद्यालय, दीपचंद चौधरी महाविद्यालय, राजकीय इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, पी.एन.इंटर कॉलेज, वर्णी जैन इंटर कॉलेज में भी जाकर उन्होंने शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए पारदर्शी तंत्र को विकसित करने का आश्वासन दिलाया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण, ऋण लेने, अवकाश संबंधी प्रकरणों के निस्तारण में एक पारदर्शी तंत्र कार्य करता है। विश्वविद्यालय स्तर पर भ्रष्टाचार ना के बराबर है, लेकिन माध्यमिक स्तर पर शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण के नाम पर कार्यालयों में भ्रष्टाचार मचा हुआ है। यदि मतदाता उनहे विधान परिषद में भेजते हैं तो वह माध्यमिक स्तर पर इन कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त कर पारदर्शी प्रक्रिया का निर्माण करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पुरानी पेंशन की समस्या एक बड़ी समस्या है, जिस पर केंद्र और राज्य को मिलकर प्रयास करना होगा। यदि विधान परिषद में मतदाता उन्हें भेजते हैं तो समस्या को वह प्रमुखता से रखेंगे। इस दौरान शिक्षक प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक प्रदीप चौबे, शिक्षक विधायक निर्वाचन के जिला संयोजक हरिराम निरंजन, सांसद प्रतिनिधि दिनेश गोस्वामी एड., मीडिया प्रभारी देवेंद्र गुरु, शिक्षक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक ओमशांकर श्रीवास्तव, माध्यमिक शिक्षक संघ के जितेंद्र वैद्य, राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री केदारनाथ तिवारी, माध्यमिक शिक्षक संघ के शिवदीन पराग, मज्जू सोनी, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के रामकुमार रिछारिया, डा.दिनेश बाबू गौतम, डा.जितेंद्र तिवारी, मुकेश तिवारी, हेमेंद्र बुंदेला, रामनारायण मिश्रा, रूपेश साहू आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।