राकेश केशरी
सिंचाई विभाग द्वारा गर्दन बचाने के लिए नहरों में छोड़ा गया पानी
कौशाम्बी। किसानों को सिंचाई के लिए नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने के लिए सिल्ट सफाई का अभियान चलाकर नहरों की सफाई की गई,सफाई के दौरान मानक दिन कार्य संपादित कर ठेकेदारों द्वारा धन का बंदरबांट किया गया, सिल्ट सफाई में लापरवाही को छिपाने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा नहरों में पानी छोड़ दिया गया। इससे नहरों में उफान आने के बाद कई गांव में नहर की पटरी कटने से किसानों की फसल जलमग्न हो गई किसानों की शिकायत पर जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग से सिर्फ सफाई की रिपोर्ट तलब की गई,सिंचाई विभाग द्वारा नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने के लिए रवि फसल से पहले नहरों की सफाई का दिशानिर्देश जारी किया गया,जिले में संचालित 35 से अधिक नहरों में 35 लाख से अधिक की लागत से ठेकेदारों द्वारा सफाई की गई,आरोप है कि सिंचाई विभाग द्वारा जरौली पंप कैनाल से 18 दिसंबर को समय सीमा से पहले नहरों में पानी छोड़ दिया गया,इससे सीट सफाई का निरीक्षण सही तरीके से नहीं किया गया उधर किसानों का आरोप है कि सिर्फ सफाई की कमी को छिपाने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा नहरों में पानी छोड़ देने से नहरो की माइनर कट जाने के कारण कई गांव जलमग्न हो गए किसानों की शिकायत पर जिला अधिकारी सुजीत कुमार ने सिंचाई विभाग से सिर्फ सफाई की रिपोर्ट तलब किया है,जिला अधिकारी के आदेश से सिंचाई विभाग में हड़कंप मच गया है।