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लाखों खर्च के बाद भी पानी के लिए भटक रहे लोग

Thursday, March 2, 2023

/ by Today Warta



राकेश केशरी

कौशाम्बी। विकास खण्ड कौशाम्बी के गोपसहसा गांव में हैंडपंप मरम्मत व रीबोर के नाम पर लाखों रुपया खर्च कर दिया गया। इसके बावजूद लोग पानी के लिए भटक रहे हैं। दर्जनों हैंडपंप अब भी खराब हैं। जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि मरम्मत व रीबोर के नाम पर केवल खिलवाड़ किया गया है। ग्राम पंचायत गोपसहसा में दिसम्बर से फरवरी के बीच हैंडपंप मरम्मत, सामग्री, रिबोर के नाम पर तीन लाख 52 हजार की धनराशि तीन माह में खर्च की गई। इसके बावजूद फूलचंद्र, मेवापाल, अजय अग्रहरि, झल्लर, दुर्गा त्रिपाठी आदि लोगों के दरवाजे लगे हैंडपंप खराब पड़े हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हैंडपंप रीबोर, मजदूरी, मरम्मत के नाम पर केवल खिलवाड़ किया गया है। गोपसहसा ग्राम सभा में चार मजरे शामिल हैं। यह सिर्फ दो मजरे गौरैये व गोपसहसा में 49 सरकारी हैंडपंप में से आज भी एक दर्जन हैंडपंप खराब पड़े हैं। हैंडपंप ठप होने से ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्हें दूसरे हैंडपंप जाकर पानी लाना पड़ता है। इसकी कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन हैंडपंपों को नहीं बनवाय जाा रहा है। इससे ग्रामीणोंमें जबर्दस्त आक्रोश है। यह हाल गोपसहसा गांव का ही नहीं है, ब्लॉक क्षेत्र के बिदांव, हकीमपुर, अवाना, चक एलई रोशन ग्राम सभा में भी हैंडपंप मरम्मत व रीबोर के नाम पर लाखों रुपये का हेरफेर किया गया है। लोगों का कहना है कि इतनी मोटी रकम खर्च हो चुकी है, लेकिन समस्या जस की तस बनी है। ग्रामीणों की मांग है कि इसकी जांच कराई जाए तो सारी हकीकत सामने आ जाएगी। खंड विकास अधिकारी प्रवीण कुमार का कहना है कि जो हैंडपंप ठप चल रहे हैं, उनकी मरम्मत करवाकर चालू करवाया जाएगा। यदि कहीं गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच करवाई जाएगी। गांव के फूलचंद्र सरोज, अजय अग्रहरि, अनिल कुमार त्रिपाठी,अंशु त्रिपाठी आदि का कहना है कि हैंडपंप मरम्मत करवाने का दावा किया गया है, लेकिन हकीकत यह है कि हैंडपंप काम नहीं कर रहे हैं। दरवाजे पर लगा हैंडपंप ठप है। गर्मी आ गई है। पानी की समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है।


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